हम 21वीं शताब्दी में परमाणु बम और मिसाइलों के युग में रह रहे हैं. दुनिया में सबसे शक्तिशाली मिसाइलों में से कुछ मिसाइल रूस, चीन अमरीका और भारत के पास हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है कि इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी का भविष्य है.
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ हथियार बनाने के दौड़ में बड़ी संख्या में रक्षा सामग्री का उत्पादन कर रहे थे. दुनिया में शान्ति बनाए रखने के लिए राष्ट्रों ने परमाणु बम और परमाणु हथियारों को लेकर विभिन्न संधियों पर हस्ताक्षर किए हैं.
लेकिन, अभी भी बड़ी संख्या में हर साल मिसाइल ओर परमाणु बम का उत्पादन होता है. आइये इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते हैं कि दुनिया की 7 सबसे खतरनाक मिसाइल कौन सी हैं, इनकी मारक क्षमता क्या है और इनके निर्माण में किन तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है इत्यादि.
दुनिया कि सबसे शक्तिशाली 10 मिसाइलें || world top ten missile |
ब्रह्मोस
दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस मिसाइल ने भारतीय वायु सेना की ताकत काफी बढ़ा दी है। इसे डीआरडीओ ने रूस के साथ ब्रह्मोस एयरोस्पेस नाम के जॉइंट वेंचर के माध्यम से विकसित किया है। ब्रह्मोस को धरती, समुद्र या हवा कहीं से भी लॉन्च किया जा सकता है। इस मिसाइल की रफ्तार ध्वनि की गति से भी तीन गुना ज्यादा है। हाल में इसकी रेंज 290 किमी. से बढ़ाकर 450 किमी. की गई थी। यह मिसाइल कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है और रडार की पकड़ में नहीं आती।
ब्रह्मोस का 12 जून, 2001 को सफल लॉन्च किया गया था। इसका नाम भारत की नदी (ब्रह्मपुत्र) और रूस की नदी (मस्कवा) को मिलाकर रखा गया है। दुनिया में किसी भी एयर फोर्स के लिये यह मिसाइल गेम चेंजर साबित हो सकती है। 22 नवंबर, 2017 को भारत ने लड़ाकू विमान सुखोई से इस विमान को सफलतापूर्वक दागा। दागी जाने वाली इस मिसाइल का वजन 2.5 टन था। यह सुखोई विमान पर तैनात किया जाने वाला अब तक का सबसे भारी हथियार था।
निर्भय मिसाइल
निर्भय मिसाइल 300 किलोग्राम परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम है और 1000 किलोमीटर के दायरे में स्थित ठिकानों को निशाना बना सकती है। इसके अलावा यह काफी नीची ऊंचाई पर भी उड़ सकती है। निर्भय क्रूज मिसाइल हर मौसम में काम कर सकती है। मिसाइल के सटीक निशाने के लिए इसमें बेहद उच्च स्तरीय नेवीगेशन सिस्टम लगा है.
LGM-30 Minuteman, अमेरिका
LGM-30 Minuteman एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) है। 13,000 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाले यह मिसाइल एक साथ 3 परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है। यह एक साथ ही तीन अलग-अलग ठिकानों को तबाह कर सकता है। अमेरिकी सेना ने इसे ट्राइडेंट मिसाइल सिस्टम से लैस करके दुनिया की सबसे मारक मिसाइल बना दिया है। फिलहाल ये अमेरिकी सेना में शामिल इकलौती अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल है।
R-36, रूस
यह दुनिया की सबसे लंबी दूरी तक मारे करने वाली मिसाइल है। 8 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से चलने वाली यह मिसाइल 16 हजार किलोमीटर तक लक्ष्य को भेद सकती है। परमाणु हथियारों के अलावा दुनिया की सबसे ज्यादा विस्फोटक अपने साथ ले जाने में सक्षम मिसाइल भी है। यह अपने साथ 550 किलोग्राम वजनी परमाणु बम ले जाने में सक्षम है। ये एक साथ 10 से ज्यादा ठिकानों पर निशाना साधने में रक्षम है। इसे शुरुआत में अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए बनाया गया था, लेकिन बाद में मारक मिसाइल में तब्दील कर दिया गया।
DF-41, चीन
इस मिसाइल की मारक क्षमता 14 हजार किलोमीटर है। 8.16 किलोमीटर प्रति सेकेंड की स्पीड से चलने वाली यह मिसाइल दुनिया की दूसरी सबसे लंब दूरी तय कर मार करने वाली मिसाइल है जिसें चीन ने बनाया है। चीन इसी मिसाइल के दम पर अमेरिका, जापान और भारत समेत पूरी दुनिया को आंख दिखाता है।
M51, फ्रांस
फ्रांस द्वारा निर्मित यह M51 एसएलबीएम यानि बैलिस्टिक मिसाइल है। यह ईएडीएस एस्ट्रियम अंतरिक्ष परिवहन द्वारा डिजाइन किया गया था और फ्रांसीसी नौसेना द्वारा प्रयोग किया जाता है। यह मिसाइल अपने साथ 8 से 10 थर्मोन्यूक्लियर हथियार ले जाने में सक्षम है और इसे पानी के अंदर पनडुब्बी से भी दागा जा सकता है।
UGM-133 Trident ll, अमेरिका
अमेरिकी हथियार निर्माता कंपनी लॉकहीड मार्टिन की ओर से विकसित की गईं ये बैलिस्टिक मिसाइल पानी से भी दागी जा सकती हैं। चीन की DF-41 से इतर ये मिसाइल पनडुब्बियों पर भी तैनात हैं, जिनकी जद में पूरी दुनिया है। इस मिसाइल का इस्तेमाल सिर्फ अमेरिका और ब्रिटेन की रॉयल नेवी करती है। परमाणु हथियारों से लैस ये मिसाइल एक साथ कई लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है। 1983 में विकसित इस मिसाइल को अमेरिकी और ब्रिटिश सेना 1990 से इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनकी मारक क्षमता 7840 किलोमीटर तक है।
Jericho lll, इजरायल
इजरायल की हथियार प्रणाली बेहद गोपनिय होती है और जनता के बीच इनकी जानकारी बेहद कम है। Jericho lll इजरायल द्वारा निर्मित अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईएसबीएम) है। यह लगभग परमाणु हथियारों सहित 1000 किलो का विस्फोटक ले जा सकता है। इसकी रेंज 2000 किमी से लेकर 11,500 किलोमीटर तक होने का अनुमान लगाया गया है।
Tomahawk, अमेरिका
इस मिसाइल का उपयोग अमेरिका ने अफगानिस्तान और इराक युद्ध में किया था। टॉमहॉक क्रूज मिसाइल मध्यम से लंबी दूरी तक मार करने की सबसे खतरनाक मिसाइल है। टॉम हॉक 1500 किलोमीटर की दूरी से अपना लक्ष्य साध कर हमला करती है। इस मिसाइलों को पकड़ पाना बेहद मुश्किल है, जो छोड़े जाने के महज कुछ ही देर में अपने लक्ष्य को तहस नहस कर देती हैं। टॉमहॉक ने सबसे पहले 1991 के खाड़ी युद्ध में अपना जौहर दिखाया था।
V-2 Rocket, जर्मनी
वी -2 रॉकेट को आज के मिसाइल और रॉकेट टेक्नोलॉजी का अगुआ कहा जाता है। यह इंसानों द्वारा बनाया गया पहला रॉकेट था जो अंतरिक्ष में प्रवेश करने में सक्षम था। इसे नाजी शासन में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बनाया गया। जर्मनी ने इसका इस्तेमाल लंदन और एंटवर्प में बमबारी के लिए किया था। कहा जाता है कि 3000 वी-2 राकेट ने करीब 9000 लोगों को मारा था। इसके अलावा इसे बनाने के दौरान यातना शिविरों में मौजूद 12 हजार मजबूर मजदूरों की मौत हो गई।